सशक्त व्यायाम के कई रूपों की तरह बॉडीबिल्डिंग भी एक कामोद्दीपक है. बॉडी बिल्डर के शरीर का बिना चर्बी वाला, सुडौल, मांसपेशिय आकार निश्चित रूप से एक मनोवैज्ञानिक उत्तेजक है. लेकिन इसके अतिरिक्त भी कुछ तथ्य है. मनोवैज्ञानिक स्तर पर, वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि सशक्त व्यायाम पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन रूचि के लिए जिम्मेदार हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन के उत्पादन को उत्तेजित करता है.
शोध में पाया गया है कि टेस्टोस्टेरॉन का स्तर, सशक्त व्यायाम के बाद दोनों लिंगों, एथलीटों और अन्य सभी में, बड़ा हुआ पाया गया है. इसका अर्थ यह है कि टेस्टोस्टेरॉन गतिविधियों में एक भूमिका निभाता है. टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन व्यायाम के बाद ग्लाईकोजन की प्रतिस्थापना को उत्तेजित करता है जो कि कठिन व्यायाम के समय मांसपेशियों द्वारा ईंधन के रूप में उपयोग में आता है.
जब आप थकान के अधिकतम स्तर तक व्यायाम करते है तो आपके अधिकार में व्यायाम तथा संभोग दोनों के लिए टेस्टोस्टेरॉन की प्रचुर मात्रा होती है. इसका प्रवाह एक मुख्य भूमिका निभाता है. टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का उत्पादन यौन ग्रंथियों में होता है, लेकिन व्यायाम की कमी या कमजोरी के कारण शरीर के उन भागों तक रक्त प्रवाह ठीक से नही हो पता है तो हार्मोन के उत्पादन में कमी, घटती हुए यौन इच्छा द्वारा प्रदर्शित होती है.
सभी पुरुष नपुंसकता शारीरिक नहीं होती है. मनोवैज्ञानिक कारक भी सामर्थ्य हीनता के लिए उत्तरदायी हो सकते है. पुरुषों में हृदय रोग से भी अधिक डर नपुंसकता का होता है. यह एक आम समस्या है जिसका एक रूप तनाव को बनाये रखने में असमर्थता है.
संकोची यौन इच्छा, यौन प्रतिक्रिया में गिरावट का ही रूप है. मध्यम आयु तक ज्यादातर पुरुष संभोग की शारीरिक उत्तेजना खो देते है. कामुक स्थितियों में, सामान्यतः चाहे शिश्न में तनाव लाने में कड़ी मेहनत करना पड़े फिर भी पुरुषों में इच्छा की कमी नही होती है. हालांकि, पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन इच्छा को बाधित करने के कई कारक होते हैं. एक पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय द्वारा किये एक सर्वेक्षण में ३५% महिलाओं और १६% पुरुषों ने संकोची यौन इच्छा दर्ज करवाई है जबकि उनमे से अधिकांश अपने वैवाहिक जीवन में खुश है.
संभोग के विषय में पुरुष विशेष रूप से आशंकित रहते हैं. प्रथानुसार पुरुष पहल करते है. उन्हें अच्छा होने के बावजूद चिंता रहती है. क्या वह तनाव को बनाये रख पायेगे? क्या यह पर्याप्त आकार में बड़ा है? क्या वह अपने साथी को संतुष्ट कर पायेगे? क्या वह उसे चरमोत्कर्ष तक ले जा पायेगे? क्या वह उसके आखिरी प्रेमी की तुलना में बेहतर है? उनकी मर्दानगी हमेशा आगे आ जाती है.
आधे से अधिक समय नपुंसकता शारीरिक कारणों से होती है. सबसे आम कारण मधुमेह होता है जिसके कारण रक्त प्रवाह में कमी आ जाती है, इसके अलावा धमनियों का सख्त होना, पीठ या श्रोणि की शल्य चिकित्सा, हार्मोन का असंतुलन, उच्च रक्तचाप, और नशीली दवाओं के दुरुपयोग (शराब सहित) भी कुछ कारण है. यहाँ तक कि मधुमेह के प्रथम संकेतो में से एक नपुंसकता है. जाहिर है, व्यायाम और उचित पोषण द्वारा एक स्वस्थ जीवन शैली, सबसे अच्छा रोग निवारक है.
पहले मनोवैज्ञानिक कारक को 90% तक सामर्थ्य में बाधक अनुमानित किया जाता था, अब यह घटाकर आधे से भी कम हो गया है. संकोची यौन इच्छा वैवाहिक समस्याओं, बिगडे हुए संबंध, अवसाद, तनाव, जीवन में बड़े परिवर्तन और यौन विप्लव का परिणाम हो सकती है.
संकोची यौन इच्छा को, यौन गतिविधि की दर में कमी और यौन रुचि (विचारों, कल्पनाओं, आदि) की कमी के रूप में अच्छी तरह से वर्णित किया जा सकता है.
सामान्य संभोग एक समयावधि के बाद उबाऊ हो सकता है और इसका परिणाम संभोग में रूचि की कमी होता है.
यदि दोनों भागीदारों कैरियर उन्मुख होते हैं, तब उनके काम की समस्याएं भी उनके सेक्स जीवन को बाधित कर सकती है.
संभोग में रूचि की कमी अक्सर अवसाद के पहले संकेतो में से एक हो सकती है. सेवानिवृत्ति, कैरियर में बदलाव,नए घर में जाना या पुनर्विवाह जैसे कारक भी इच्छा में अस्थायी कमी का कारण हो सकते है.
नौकरी में समस्याओं के कारण भी यौन इच्छा कम हो सकती है.
यौन क्रांति में महिला स्वतंत्रता का नया विचार भी दबाव बना रहा है जिसके कारण कुछ पुरुष संभोग से पीछे हट रहे है. यदि साथी की संभोग के लिए मांग अपने स्वयं की इच्छा से अधिक हो जाती है, तब पुरुष पूरी तरह से रुचि खो सकता है.
यदपि पुरुष नसबंदी, पुरुष शक्ति को शारीरिक तौर पर प्रभावित नहीं करती है, परन्तु इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ सकता है.
नपुंसकता अक्सर अस्थायी होती है, लेकिन बाद में विफलताओं की श्रृंखला प्रतिक्रिया के फलस्वरूप प्रदर्शन में चिंता का अनुभव होता है जिससे आगामी असफलताएं हो सकती है. यहाँ तक कि वह यौन मिलाप से बचने लगता है.
यह अपने दम पर इन चिंताओं या दुष्क्रियाओ पर काबू पाना आसान नहीं होता है. इस तरह की कई समस्याओं का निदान और उपचार पेशेवरों द्वारा सफलतापूर्वक किया जाता है. हार्मोनल असंतुलन का निवारण , और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. मूत्र रोग विशेषज्ञ जनन मूत्रीय मार्ग में उपस्थित शारीरिक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. छोटे अंडकोष से भी टेस्टोस्टेरोन के कम स्तर का संकेत मिलता है. रक्त परीक्षण, मूत्र रोग विशेषज्ञ को हार्मोन्स का विवरण प्रदान करते हैं. जिसके बाद मौजूदा जैविक कारकों द्वारा चिकित्सकीय रूप से कम हार्मोन के स्तर को इंजेक्शन द्वारा बढ़ाया जा सकता है. मधुमेह के कारण अपर्याप्त तंत्रिका संचरण का मुकाबला करने के लिए दवाओ का उपयोग करके भी तनाव में सुधार किया जा सकता है. वियाग्रा जैसी गोली से भी तनाव बनाने और बनाये रखने में मदद मिलती है.
पुरुष ड्रेगन हत्या और चाँद तक पहुँचने के लिए तैयार रहते है, लेकिन जब संभोग की बात आती है, तो वे टूटे हुए कांच की तरह कमजोर हो जाते हैं. वीटो 'का ही मामला लें.
वीटो अपने पुरुष मित्रों की ईर्ष्या का कारण था. वह विशेष रूप से महिलाओं को कभी-कभी व्यायामशाला में और कभी कभी उनके घर पर पूरे समय बॉडीबिल्डिंग सिखाता था. वह खुबसूरत, लंबा, सुदृढ और एकल इटालियन था, जो कि अपनी महिला ग्राहकों- खूबसूरत अभिनेत्रियों, कलाबाजी दिखाने वाली महिलाओं, मॉडल, जेटसेटर, लेखकों और व्यापारिक अधिकारियों के लिए विजेता युग्म था. वह उनके लिए एक नयी दुनिया का रास्ता खोल देता था. 50 रूपये प्रति घंटे में वह उनको आकर्षकता तथा दयालुता के साथ उम्मीद देता था जो कि उनके जीवन में अनुपस्थित थी. वे वीटो पर उपहार तथा रात्रिभोज और पेय के निमंत्रण की नियमित रूप से बौछार कर देती थी जो कि बाद में आमने सामने की अलग मुलाकातों में परिवर्तित हो जाती थी.
वीटो महिलाओं को प्यार करता था, लेकिन बात जब उस बिंदु पर आती थी तो वह लौट आता था और अक्सर टीवी देखता या किताबे पढता पाया जाता था. वह उनके प्रस्ताव का सामना नहीं कर पता था.
एक सोमवार की रात को पुरस्कार समारोह देखने के बाद जिसने वो अपनी भव्य अभिनेत्री ग्राहक “शेइला” के साथ गया था ,यह घटना हुई. वह पहली बार व्यायामशाला के बाहर उसके साथ था. वह उसके साथ एक सप्ताह के अंत में होने वाली नाव पार्टी पर गया, इसके लिए उसने सुबह तीन घंटे की कसरत की थी. वह थका हुआ था परन्तु उत्साह से अपने खाली बिस्तर पर इस बारे में सोच रहा था. जब आकर्षक शेइला उसके नजदीक आई तो वह उस समय जाग्रत नही हो पाया. कुछ भी नही हुआ. उसे विश्वास ही नही हुआ कि यह मै था.
उसके थोड़े समय बाद यही बात उसकी एक अन्य ग्राहक के साथ मुलाकात पर उसके साथ हुई. और फिर एक बार ओर हुई. इन असफलताओं के मध्य उसकी नजरो में, उसकी स्वयं की छवि मुरझाना शुरू हो गयी.
वीटो यह मानकर कि उसके साथ कुछ गलत हो रहा है, शारीरिक परिक्षण के लिए एक विशेषज्ञ के पास गया, लेकिन जाँच में सब कुछ ठीक निकला. डॉक्टर ने उसे बताया कि, "यह आपके दिमाग में है," "शांत रहो, थोडा समय लो. याद रखो, तुम सोचकर यौन प्रतिक्रिया नहीं कर सकते. यह तब होगा जब आप अच्छी तरह से विश्राम करेगें तथा सकारात्मक मनोदशा होगी. संभावना है कि आप बस बहुत अधिक तनाव के कारण नही कर पा रहे है."
वीटो कुछ महीनों के लिए अपने काम में अत्यधिक व्यस्त हो गया. उसके बाद वह "ऑड्रे" से मिला जो कि एक सचिव है और उसने हाल ही में एक स्वास्थ्य क्लब में वजन प्रशिक्षण शुरू किया था. उन्होंने कई मुलाकात की लेकिन कोई भी मुलाकात एक अच्छे रात्री चुंबन से आगे नहीं बढ़ी. उसे पास में रहने से बढ़ते हुए स्नेह में आनंद आने लगा. वह उसके साथ रहने के लिए, और उसके साथ व्यायाम करने के लिए अपने काम के व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालने लगा. प्रशिक्षण में इस नयी आपसी भागीदारी के साथ, उनकी अंतरंगता बढ़ने लगी. वे आपस में अपने गुण और कमजोरियां बताने लगे जिससे कि आपसी करुणा और समर्थन के लिए रास्ते खुल गए. वीटो अत्यधिक खुल गया. फिर एक शांत शाम को दोनों उसके घर सोमवार की रात का फुटबॉल मैच देख रहे थे तब उनके बीच जो कुछ हुआ उससे वे दोनों आनंदित हो गये. वीटो अपने खुद के प्रदर्शन से आनंद तथा हर्ष से अभिभूत हो गया.
अधिकांश एक दुसरे के साथ कमजोर संवाद के कारण यौन इच्छा में कमी आ जाती है. दोनों लोग सोचते है कि संभोग स्वाभाविक रूप से होता है इसलिए इस बारे में बात करना आवश्यक नही है. आज मध्यम आयु वर्ग के अधिकतर लोगों इसके बारे में बिल्कुल भी बात नहीं करके बड़े हुए है.
इसका अर्थ यह नही है कि आप आज ही से अपने साथी को बताने लगे कि आपको संभोग में क्या चीज़ आनंदित देती है लेकिन यह जरुर बताये कि आपको क्या पसंद नही है. बातचीत को जोशपूर्ण और स्नेही बनाये रखे.
एक साथ व्यायाम करे. चिकित्सा विशेषज्ञो का कहना है कि व्यायाम अवसाद और चिंता को मिटाने और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक शामक है.
शारीरिक सौष्ठव आपके शरीर क्रिया विज्ञान में सुधार करता है और शरीर के आकार को बढ़ाता है. इससे आप बहुत बेहतर दिखने लगते है. यह एक सकारात्मक शारीरिक छवि का निर्माण करता है जिससे आत्मविश्वास बढता है जो कि स्नेहिल तथा जोशपूर्ण संबंधो को बढ़ावा देता है. शारीरिक सुधार से कामुकता आती है जो कि आपके स्वयं के आत्मसम्मान को बढाती है जिससे आप खुद को आकर्षक महसूस करते है तथा अपने साथी को भी अधिक कामुक लगने लगते है. यह स्वयं की एक नई पहचान तथा भावनात्मक जागरूकता देता है जो कि यौन इच्छा में परिवर्तित हो जाती है. अपने साथी के साथ शारीरिक सौष्ठव करने से साथ में अंतरंग समय व्यतित होता है जिससे यौन संबंधों को विकसित कर सकते हैं.
यदि आप स्वस्थ है तो यौन मुद्दे सामान्य समस्या है. कुछ लोगो का मानना है कि साथ में प्रशिक्षण कर रहे दो लोगों के बीच शारीरिक संबंध जैव रासायनिक हो सकते है. पसीने की गंध भी एक प्रकार का उत्तेजक हो सकती है.
साथ में प्रशिक्षण करने से एक दुसरे को समय दे पाते है जो कि संबंधों को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है. अच्छी शारीरिक स्थिति प्यार करने के लिए एक निमंत्रण है. आपकी स्वस्थ जीवनशैली के मज़े और जूनून में नपुंसकता खो जाती है.
Goutam Choudhary
2015-11-20 00:15:28
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lalit kumar
2015-11-20 00:15:28
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ajay kumar sutar
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