व्हे प्रोटीन पाउडर के 10 प्रमुख साइड इफेक्ट और उनसे बचने के तरीके जानें

बॉडीबिल्डिंग में व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल बहुत ही कौमन है और काफी हद तक वाजिब भी है। शुरुआत में तो हम नेचुरल प्रोटीन से अपनी जरूरतें पूरी कर सकते हैं मगर जैसे जैसे हम गेन करते जाते हैं हमारी जरूरत बढ़ जाती है। ऐसे में सोया, एग या व्हे प्रोटीन मदद करता है मगर इन्हें यूज करने के अपने फायदे और नुकसान हैं। आज हम आपको बॉडी बिल्डिंग के टॉप 10 सपलीमेंट्स में एक व्हे प्रोटीन के साइड इफेक्ट/whey protein ke side effects के बारे में बता रहे हैं। इस जानकारी के बूते आप ये फैसला ले पायेंगे कि आपको इस प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना है या नहीं और अगर करना है तो कितना व कितने टाइम तक।

बॉडी बनाने वाले व्हे प्रोटीन पाउडर के मोटे तौर पर 10 साइड इफेक्ट होते हैं, मगर इनमें से कोई भी बहुत सीरियस नहीं है। सबसे ज्यादा ध्यान इस बात का रखें कि जितनी जरूरत है उतना ही प्रोटीन यूज करें।

क्या होता है व्हे प्रोटीन/kya hota hai whey protein

दूध से चीज़ बनाते वक्त जो पानी निकलता है उसे प्रोसेस करने के बाद जो पाउडर मिलता है उसे व्हे प्रोटीन कहते हैं। बहुत से लोग व्हे का मतलब छाछ या मट्ठा समझते हैं। अंग्रेजी में छाछ को व्हे ही कहते हैं मगर प्रोटीन छाछ से नहीं बनाया जाता। दूध को प्रोसेस करने वाली कंपनियां यह पाउडर बनाती हैं। इसमें प्रोटीन की क्वांटिटी बहुत होती है। इसे हम मोटे तौर पर व्हे प्रोटीन कॉन्संट्रेट कहते हैं। इसमें थोड़ा फैट भी होता है। इसी पाउडर को और प्रोसेस करने के बाद हमें व्हे प्रोटीन आइसोलेट मिलता है। इसमें फैट जीरो के बराबर होता है। बस यही है आपका प्रोटीन पाउडर। व्हे प्रोटीन के बारे में सब जानें में आप इसके बारे में और डिटेल में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

साइड इफेक्ट/side effects of Whey Protein

1 किडनी स्टोन की प्रॉब्लम हो सकती है; Kidney stone

हालांकि इस बात पर आज भी बहस चल रही है कि व्हे प्रोटीन का यूज करने से स्टोन की दिक्कत हो जाती है मगर हां इतना तो है कि अगर किसी को पथरी की प्रॉबलम है तो इसके चलते बढ़ सकती है। अक्सर ये सलाह दी जाती है कि अगर इसका यूज कर रहे हैं तो पानी खूब पियें नहीं तो पथरी हो सकती है।
इससे बचने के लिए जरूरी है कि आपकी डाइट में फाइबर हो और आप अपनी जरूरत के हिसाब से पानी पियें। अगर आप कसरत वगैरा नहीं कर रहे हैं तो प्रोटीन पाउडर की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। अगर एक्सरसाइज कर रहे हैं तो भी इसके ऊपर पूरी तरह से डिपेंड न हों। प्रोटीन पाउडर के साथ वाजिब क्वांटिटी में कार्ब वगैरा लेना भी जरूरी होता है।

2 गांठें बन सकती हैं; Gout

व्हे प्रोटीन से शरीर में गांठें बन सकती हैं। ऐसा नहीं है कि बस इसी वजह से शरीर पर गांठें बन जायेंगी लेकिन अगर आपके परिवार में इस तरह की मेडिकल कंडीशन किसी को है तो आप भी सावधान हो जाएं। अगर आप अपनी जरूरत से ज्यादा पाउडर यूज करेंगे तो बॉडी में कहीं भी मोटी गांठ या गांठें बन सकती हैं।

3 ब्ल्ड में एसिड बढ़ जाना ; Ketones

यह भी व्हे प्रोटीन के यूज की वजह से होने वाला एक साइड इफेक्ट है। ये वो कंडीशन है जब ब्लड में किटोन बढ़ जाता है। अगर आप ऐसी डाइट लेते हैं जिसमें प्रोटीन ज्यादा हो और कार्बोहाइड्रेट कम हो तो प्रोटीन को एनर्जी में कनवर्ट करने के लिये बॉडी फैट को यूज करने लगती है। इस तरह की डाइट आमतौर पर फैट लॉस या कटिंग पीरियड में ली जाती है। लेकिन अगर शरीर में फैट का लेवल भी कम हो तो खून में किटोन बढ़ जाता है। इसे आम भाषा में कह सकते हैं कि खून में एसिड ज्यादा हो जाता है। ज्यादा प्रोटीन का मतलब होता है ज्यादा अमीनो एसिड। आपको इससे कोई परेशानी न हो इसके लिए यह जान लें कि प्रोटीन सप्लीमेंट कितनी बार और कब लें को कब और कितना लेना चाहिए।

4 सांसों में घरघराहट होना ; Wheezing

बहुत से लोगों को व्हे प्रोटीन पाउडर से रिएक्शन हो जाता है खासकर तब जब उनमें लैक्टोज़ इंटॉलरेंस हो। ऐसे लोगों को इसकी वजह से सांस लेने में मुशकिल हो सकती है और ये भी मुमकिन है उसकी सांसों में घरघराहट होने लगे। अगर ऐसा कुछ आपके साथ हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

5 गले, चेहरे व होठों पर सूजन ; Swelling

व्हे प्रोटीन के यूज से गले, चेहरे व होठों में सूजन की शिकायत भी कभी कभी आ जाती है। एलर्जिक रिएक्शन की वजह से ऐसा होता है। वैसे तो इसमें किसी तरह का दर्द नहीं होता मगर ये परेशान तो करता ही है। अगर ऐसा कुछ हो तो सबसे पहले उसका यूज बंद करें और फिर डॉक्टर से बात करें।

6 जी खराब होना ; Nausea

व्हे प्रोटीन का यह सबसे कॉमन साइड इफेक्ट है। कुछ मामलों में लोगों को उल्टी भी हो जाती है। इसके इस्तेमाल से जी खराब हो जाता है और मितली जैसी लगती है। बचने का सबसे वाजिब तरीका तो यही है कि इस्तेमाल बंद कर दें अगर बंद नहीं कर सकते तो कम तो कर ही दें।

7 डायरिया ; Diarrhea

जरूरत से ज्यादा व्हे प्रोटीन का एक साइड इफेक्ट डायरिया भी है। जिन लोगों का पेट कमजोर से उनका पेट इसके यूज से चल पड़ता है और कई बार बहुत ज्यादा चल जाता है। दूध के साथ लेने पर ऐसी कंडीशन ज्यादा कॉमन हो जाती है। जिन लोगों को दूध से बनी चीजों से प्रॉबलम होती है उन्हें प्रोटीन पाउडर से डायरिया होने की पॉसिबिलिटी रहती है, क्योंकि बनता तो ये भी दूध से ही है। अगर आपका पेट कमजोर है तो बेहतर होगा आप एग प्रोटीन यूज करें। या फिर अगर आपको व्हे प्रोटीन ही यूज करना है तो उसे सीधे दूध में मिलाकर न लें। उसे केले, ओट्स, काजू वगैरा डालकर वगैरा डालकर गाढ़ा शेक बनायें।

8 डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें ; Digestive problems

अगर आप 40 ग्राम प्रोटीन किसी फूड से लेगें जैसे दूध या अंडे तो सोचें जरा आपको कितना खाना पड़ेगा। लेकिन महज एक स्कूप व्हे प्रोटीन में आपको इतना प्रोटीन मिल सकता है। अब आप सोचें कि यह कितना ज्यादा कांसंन्ट्रेटेड फूड होता है। जैसा कि हमने बताया कि इस तरह के फूड को डाइजेस्ट करने के लिए लिवर को बहुत जोर लगाना पड़ता है। ऐसे में लंबे टाइम तक इसका इस्तेमाल करने से लिवर कमजोर पड़ने लगता है। जिन लोगों को दूध से बने प्रोडक्ट से कोई परेशानी है उनकी हालत और खराब होती है। इसलिए हमेशा कहा जाता है कि एक दो महीने यूज करने के बाद कुछ दिन का गैप दे देना चाहिए। ताकि लिवर को थोड रेस्ट मिल सके।

9 फैट बढ़ सकता है, Fat Gain

व्हे प्रोटीन न्यूट्रिशंस से भरा होता है। इसकी थोड़ी सी क्वांटिटी में ही काफी कैलोरी होती हैं। अगर इसके साथ आपकी डाइट ठीक रहती है तो वेट गेन होने लगता है। जिन लोगों का वजन कम है उनकी बात अलग है मगर हर कोई वेट नहीं बढ़ाना चाहता। दूसरी बात, अगर आपकी ट्रेनिंग ठीक नहीं है तो मसल्स बनने की बजाये कई बार खाली फैट बढ़ने लगता है। बडी उम्र के लोगों के साथ ऐसा होने के चांसेज ज्यादा होते हैं। उनका मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है ऐसे में व्हे प्रोटीन के चलते बॉडी में फैट बढ़ने लगता है।
हां एक बात और अगर सपलीमेंट लेने के बावजूद वो असर नहीं कर रहा है तो आपको यह इस बात का पता लगाना चाहिए कि प्रोटीन पाउडर क्यूं काम नहीं करते या फिर कहीं ऐसा तो नहीं नकली प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल किया हो आपने।

10 ओस्टियोपोरोसिस ; osteoporosis

बहुत ज्यादा व्हे प्रोटीन लेने के चलते यह परेशानी पैदा होती है। यह खासकर तब होता है जब आप लंबे टाइम तक इसका यूज करते रहें। लंबे टाइम तक अच्छी खासी क्वांटिटी में व्हे प्रोटीन लेने से मिनरल्स का बैलेंस गड़बड़ा जाता है। इसकी वजह से हड्डियों में मौजूद मिनरल्स की डेंसिटी में गिरावट आ जाती है। हड्डियां कमजोर होने का मतलब है ओस्टियोपोरोसिस को न्योता।

हमने आपको व्हे प्रोटीन के 10 साइड इफेक्ट Whey protein ke side effects की जानकारी दी है। हालांकि ये बहुत कॉमन नहीं है। आमतौर पर लोगों को इस प्रोटीन के यूज से कोई खास परेशानी नहीं होती है। सबसे ज्यादा परहेज उन लोगों को करना चाहिए जिन्हें लेक्टोज इनटॉलरेंस हो या जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ हो।

स्रोत: http://www.bodylab.in/

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