L Arginine | आर्जिनाइन की डोज, इस्तेमाल और साइड इफैक्ट

बॉडी बिल्डिंग में आप इन दिनों एल आर्जिनाइन (L-Arginine) का नाम काफी सुन रहे होंगे। यह एक सपलीमेंट है, जिसका शरीर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। यह दवा है जो ऐसे लोगों को दी जाती है जिन्हें दिल संबंधी बीमारी होने का अंदेशा होता है कि या जिनकी बॉडी में ब्लड फ्लो ठीक नहीं रहता।

क्या होता है आर्जिनाइन

एल आर्जिनाइन (L-Arginine) एक ऐसा अमीनो एसिड है जो जरूरी है भी और नहीं भी। इसे इस कैटेगरी में डालने की वजह ये है कि अगर आप ठीक ठाक खा पी रहे हैं तो इसे लेने की कोई जरूरत नहीं है। दूसरी बात ये कि हमारी बॉडी खुद इसे बना लेती है। खिलाड़ी और बॉडी बिल्डर अगर सपलीमेंट के तौर पर इसे लें तो उन्हें कुछ हद तक फायदा पहुंच सकता है। यह प्रोटीन सिंथेसिस में बड़ा रोल अदा करता है। प्रोटीन सिंथेसिसी की बदौलत ही हम मसल्स मास हासिल कर पाते हैं। यह दूध, अंडे, रेड मीट, मछली और बीजों, नट्स और अनाज में पाया जाता है।

ज्यादातर प्रोटीन के सिंथेसिस में एल आर्जिनाइन की जरूरत पड़ती है इसलिए मसल्स बनाने में यह अपनी खास भूमिका अदा करता है। यह खासतौर पर गेनिंग के सीजन में काम आने वाला सपलीमेंट है। ए आर्जिनाइन ग्रोथ हार्मोन के रिलीज और फैट जलाने की प्रोसेस को प्रमोट करता है। स्किन के नीचे जमे फैट को कम करने और मसल्स के विकास को बढ़ाने के साथ एल आर्जिनाइन आपकी फिटनेस और मजबूती को बढाता है जो कि बॉडी बिल्डिंग का मकसद होता है।

एल आर्जिनाइन (L-Arginine) के फायदे

यह इसकी सबसे बड़ी खासियत है। एल आर्जिनाइन (L-Arginine) बॉडी में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है। यह मसल्स को आराम देता है, जिससे खून ले जाने वाल नालियां चौडी होती हैं। हमारी बॉडी में पोषक तत्वों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम खून का ही होता है। इस तरह से मसल्स को ऑक्सीजन और अन्य पोषक तत्व वाजिब मात्रा में मिलने लगते हैं। इससे मसल्स में टूटफूट कम होती है और उनकी मरम्मत भी जल्दी व अच्छी तरह से हो पाती है। कुल मिलाकर देखेंगे तो इससे हमारी परफॉर्मेंस सुधरती है।

एल आर्जिनाइन के साइड इफेक्ट

जरूरत से ज्यादा एल आर्जिनाइन लेने के नुकसान भी होते हैं। साइड इफेक्ट में बेचैनी, पेट खराब होना और कमजोरी फील करना शामिल है।

कितनी डोज ली जाती है

आमतौर पर ठीक ठाक जिम करने वाले लोग 1 से लेकर 5 ग्राम प्रतिदिन की डोज ले लेते हैं। यह जिम करने से पहले और बाद में ली जाती है। लोग अपनी डोज को दो हिस्सों में बांट लेते हैं पहला हिस्सा कसरत करने से 10 मिनट पहले और दूसरा हिस्सा कसरत के बाद प्रोटीन शेक लेने के बाद लेते हैं।

अगर कुल मिलाकर कहा जाये तो यह एक अच्छा सपलीमेंट है मगर ये बहुत जरूरी नहीं है। अगर आपकी डाइट ठीक है तो आपको आर्जिनाइन का इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं है। यह क्रेटीन और ग्लूटामिन के मुकाबले कम जरूरी प्रोडक्ट है।

स्रोत: http://www.bodylab.in/

Bodybuilding Supplements, Good to know