बैल (सांड) की तरह दीर्घाकार बनने का रहस्योद्घाटन

कुछ वर्ष पहले मैं जंगल में था और मछलियाँ मार रहा था और तभी मैंने दो सांडों को नदी के किनारे एक पगडंडी पर बेपरवाह घूमते देखा. वे दोनों अविश्वसनीय रूप से दीर्घकाय थे. मैं ये सोचने के अलावा और कुछ नहीं कर सका...”जरा इन्हें देखो, इन्हें कभी प्रशिक्षण नहीं मिला, ये सारा दिन केवल घास चरते हैं और लोट लगाते हैं. वास्तव में ये कुछ नहीं करते, तो भी इतने विशालकाय बने हुए हैं. ये ऐसा कैसे कर पाते हैं? इसका रहस्य क्या है? मुझे लगा, ये कारण रासायनिक होना चाहिए. ऐसा कोई तरीका जरूर होना चाहिये जिससे हमें बगैर स्टेरोइड्स लिए वह रासायनिक लाभ मिले जो इन सांडों को मिलता है. यदि एक सांड ये कर सकता है, तो हम क्यों नहीं? कुछ  समय तक मैं इस रहस्य को ढूंढता रहा और अब मुझे लगता है कि मुझे कुछ पता चल गया है. इसलिए, यदि आप अपना आकार सांड जैसा करना चाहते हैं, तो जो मैं कहने जा रहा हूँ उसपर ध्यान दीजिये!

यदि आपका लक्ष्य दीर्घकाय बनने का है

दो बातें ध्यान रखने लायक हैं, एनाबोलिक और केटाबोलिक क्रियाएँ. एनाबोलिक क्रिया तब होती है जब शरीर सरल अणुओं से जटिल अणुओं का निर्माण करता है, इस दौरान ऊर्जा को इकठ्ठा करता है और माँसपेशियों के विकास में मदद करता है. केटाबोलिक क्रिया इन जटिल अणुओं को वापस सरल अणुओं में विखंडित करने की क्रिया है, इस दौरान ऊर्जा उत्सर्जित होती है. मूल रूप से ये दोनों विपरीत क्रियाएँ हैं. एनाबोलिक रचनात्मक मेटाबोलिज्म है, और केटाबोलिक विघटनकारी मेटाबोलिज्म.

यद्यपि एनाबोलिक क्रियाएँ इस रचना का हिस्सा हैं, लेकिन केवल वे ही हिस्सा नहीं हैं. हमें केटाबोलिक क्रियाओं को भी लेना होगा. व्यायाम कर लेने के बाद क्या होता है, इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि व्यायाम के दौरान क्या होता है, ये जानना केटाबोलिक क्रियाओं को रोकने हेतु आवश्यक है. आइये अब इसे सन्दर्भ में रखें. मानव शरीर हमारे द्वारा लिए गए एमिनो एसिड्स की 80% मात्रा को सीधे ही पाचन अंगों की सम्पूर्णता को बनाए रखने के उपयोग में ले लेता है. ये एसिड्स माँसपेशियों तक बिलकुल नहीं पहुँच पाते. और सबसे महत्त्वपूर्ण यह है कि यदि आप पाचन अंगों के उचित कार्य हेतु आवश्यक इन हितकारी एमिनो एसिड्स को पर्याप्त मात्रा में नहीं प्रदान करते, तो शरीर केटाबोलिक विखंडन द्वारा इन्हें स्वयं ही संश्लेषित कर लेता है. और चूंकि शरीर बिना किसी वस्तु के इसे बना नहीं सकता इसलिए वह अपनी जरूरत के एमिनो एसिड्स को रचने के लिए उपस्थित माँसपेशियों के ऊतकों को विखंडित कर देता है.

जब कोई भूरा भालू शीत ऋतु के आराम हेतु जाता है, वह अपने एमिनो एसिड्स का 100% दक्षता से पुनः उपयोग करता है. वह अपने भीतर इकट्ठी चर्बी के कारण जीवित रहने में सक्षम होता है, लेकिन ठीक उसी समय, अपने 4 माह के आराम के दौरान, वह अपनी माँसपेशियों के ऊतकों को भी बनाए रखता है. क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि यदि आप 4 माह का विश्राम लें तो आपके माँसपेशियों के आकार का क्या होगा? आपकी माँसपेशियों की मात्रा तेजी से घटेगी. लेकिन आराम के मुकाबले अधिक तेजी से माँसपेशियों की हानि अगर किसी बात से होती है तो वह तब होती है जब शरीर को कोई आघात लगता है. हमारा आकार कुछ दिनों के व्यायाम छूटने पर जितना कम होता, उससे मुकाबले अधिक मात्रा में कम होता है. तो जब हम किसी प्रकार के शारीरिक आघात से गुजरते हैं तब हम, केवल आराम करने की तुलना में, अधिक क्यों सिकुड़ते हैं? इसका कारण यह है कि शरीर पर पड़ने वाले अधिक जोर या तनाव शरीर को केटाबोलिक स्थिति में ले जाते हैं. आघात या तनाव से गुजरने की स्थिति जितनी बदतर होगी, केटाबोलिक स्थिति की तीव्रता उतनी ही ज्यादा होगी.

Iडॉक्टर रिफत लतीफी द्वारा लिखित पुस्तक “एमिनो एसिड्स इन क्रिटिकल केयर” में, टस्कन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के एक क्रिटिकल केयर सर्जन ने हमें समझाया कि बीसीएए (ब्रांच चैन एमिनो एसिड्स), ग्लूटामिन, और ओरनिथिन अल्फा केटाग्लूटारेट शल्यक्रिया के तनाव में आने वाले सबसे पहले एमिनो एसिड्स होते हैं. यही कारण है कि अस्पताल में कुछ दिन बिताने पर ही हम पिचके गुब्बारे की तरह सिकुड़ जाते हैं. ऐसा कहे जाने के साथ ही, इस बात में दम नजर आता है कि तनाव के विभिन्न प्रकार, चाहे वे भी जो बॉडी बिल्डिंग के साथ जुड़े हुए हैं, ठीक इस प्रकार की प्रतिक्रिया को उभारते हैं जहाँ शरीर केटाबोलिक स्थिति में चला जाता है. अत्यंत मेहनती और सख्त व्यायाम के साथ “फाड़ डालने वाली” उच्च कैलोरी मात्रा के सेवन से शरीर पर जो तनाव उत्पन्न होता है, वह इसका सबसे अच्छा उदाहरण है. इसलिए, यदि हमें अपने आकार पर वैसा नियंत्रण पाना है जैसा सांड का होता है, तो हमें बिना स्टेरोइड्स लिए अपने एनाबोलिस्म को बढ़ाना होगा और कैटाबोलिस्म को घटाना होगा. इसके लिए हमें उन बेहतर वस्तुओं का संग्रह करके रखना होगा जो केटाबोलिक प्रक्रिया हमसे छीन लेती है. सबसे आवश्यक रूप से बीसीएए (ब्रांच चैन एमिनो एसिड्स), ग्लूटामिन, और ओरनिथिन अल्फा केटाग्लूटारेट को संग्रहित करना होगा क्योंकि ये सबसे पहले चले जाते हैं. हमें व्यायाम के तुरंत पश्चात इनकी क्षतिपूर्ति करनी होगी, या और बेहतर तो ये है कि व्यायाम शुरू करने के पहले ही उनकी आने वाली कमी को पूरा कर दिया जाए. मैं नाइट्रोएम्प और ग्रोथप्लस जैसे उत्पादों के प्रयोग की सलाह दूंगा.

अपने व्यायाम की पुनः रूपरेखा कैसे बनाएँ

एनाबोलिक लाभ पाने के लिए पहला काम है, अपने व्यायाम को सीमित करना. सीमित व्यायामों को छोटे हिस्सों में करने से आपके शरीर के भीतर केटाबोलिक प्रभाव कम होता है, और यह ग्रोथ हार्मोन उत्सजित होने के पहले ही आपको जिम से बाहर ले आता है. 30 से 40 मिनटों में जिम से बाहर आने को अपना लक्ष्य बना लें. यदि आप अपने ग्रोथ हार्मोन उत्सर्जन के स्तर को अपने व्यायाम के अंत में उच्चतम तक लाना चाहते हैं, तो इनके अतिरिक्त उत्सर्जन हेतु आपको इन हार्मोन के उत्सर्जक (आर्जिनीन पायरोग्लूटामेट), जो कि नाईट्रोएम्प में पाया जाता है, लेने चाहिए.

आपके व्यायाम का कार्यक्रम माँसपेशियों के 5 समूहों को लिए हुए होगा. प्रत्येक समूह के लिए एक व्यायाम करें, और हर व्यायाम को 4-4 बार दोहराएँ. आपके करने का अगला काम है, अपने तीव्रता कारकों का उचित प्रबंधन. व्यायाम के प्रत्येक समूह में तीव्रता को बदलते हुए आप अपने जोड़ों की हानि किये बिना ग्रोथ हार्मोन का अधिकतम उत्सर्जन कर लेंगे.

पहला समूह हलके वजन द्वारा, अधिक संख्या में धीरे धीरे किया जाना चाहिए ताकि पूर्ण विस्तार और पूर्ण संकुचन हो सके.

द्वितीय समूह भारी वजन से साथ किया जाना चाहिए. आपको इसे 6 से 8 बार दोहराना चाहिए.

तीसरा समूह आपका “भय समूह” होना चाहिए. अत्यंत भारी वजन का प्रयोग करें. यदि आप केवल चौथाई हिस्सा ही दोहरा सकें तो भी कोई बात नहीं. आप जिसके पीछे हैं, वह है भय.

चौथा समूह हलके वजन और अधिक दोहराव (20) के साथ किया जाता है ताकि दर्द से असफल हों. अन्य शब्दों में, आप अत्यंत मेहनत कर लेने के कारण नहीं रुकते, आप रुकते हैं क्योंकि आप दर्द सह नहीं सकते.

आपकी वृद्धि होने के कारण

कैटाबोलिक्स रोधियों के साथ, इन व्यायामों को करने से, आकार वृद्धि अविश्वसनीय रूप से होती है और इसके ढेर सारे कारण हैं. क्योंकि आप इतनी जल्दी-जल्दी व्यायाम रोकते और शुरू करते हैं कि आपका ग्रोथ हार्मोन अभी भी चढ़ रहा होता है. प्रबंधित तीव्रता कारक ग्रोथ हार्मोन के उत्सर्जन को और अधिक उभारते हैं. आपको “व्यायाम पश्चात का दर्द” कम होता है. और, आपका कैटाबोलिस्म उच्च गति में नहीं जा पाता. यह वास्तव में उत्साहवर्धक और मजेदार है. इन सभी को साथ रखिये और आप सांड के रहस्य के अत्यंत समीप होंगे.

L.Scott रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक,

Larry Scott

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