साइटिका एक (nervous) दर्द का प्रकार है। यह दर्द buttocks, थाई के पिछली ओर तथा टांगों के जिस भाग में साइटिका नसें रहती है वहां फैलता है। कूल्हे की हड्डी के curve ( जहां से Sciatica की नसें निकलती है) में सूजन आ जाती है जिससे यह बिमारी हो जाती है। हवा और अधिक शारीरिक मेहनत के कारण यह बिमारी होती है। कब्ज होने पर यह रोग और अधिक बढ़ जाता है तथा दर्द और बढ़ जाता है इस बिमारी में रोगी के कूल्हे की हड्डी, जांघ के पिछले भाग में तथा टांग में भयानक दर्द रहता है, जिससे रोगी को चलने में बहुत दिक्कत होती है और वह आराम से सो भी नही पाता है।

साइटिका ठीक करने के नुस्खे

1. साइटिका में एरंड सबसे अच्छी दवा है, इसका प्रयोग linctus के रूप में किया जाता है, इस दवा को एरंड पाक भी कहते है। इसे रात को सोते समय रोगी को 2 चम्मच (10 ग्राम) गर्म दूध या पानी के साथ खाना चाहिए। यह दवा laxative है, अत: कब्ज वाले रोगियों के लिए तो ये दवा बहुत जरूरी है।

2. दर्द के लिए गुग्गुलु भी एक अच्छी दवा है, योगराज गुग्गुलु में अन्य चीजों के बिना मुख्य चीज गुग्गुलु ही है अत: यह कारगर दवा है, इसकी दिन में 2-2 गोलियां दिन में चार बार, गर्म दूध या जल के साथ रोगी को देनी चाहिए।

3. एक कपड़े की पोटली में नमक बांधकर और उसे गर्म करके सिकाई करना अच्छा रहता है। यह सिकाई रात को सोते समय करनी चाहिए। सिकाई के बाद रोगी के buttocks और टांग को गर्म कपड़े से ढक देना चाहिेए।

साइटिका में क्या खाएं

Sciatica में केसर बहुत उपयोगी है। इसका प्रयोग दवा के रूप तथा खाने के रूप में किया जाता है। इसे गर्म दूध में मिलाकर रोगी को पिलाना चाहिए। दालें, फलियां (beans) और तली हुई चीज रोगी को बिल्कुल नहीं देनी चाहिए। इसके अलावा रोगी को दही व अन्य खट्टी चीजें और खट्टे फल नहीं देने चाहिए।

इसके अलावा क्या करें

पैरों की हल्की कसरत करनी चाहिए इससे फायदा होता है। भारी व्यायाम, दौड़ना और कूदना नहीं चाहिए इससे साइटिका Sciatica का दर्द बढ़ सकता है अत: इससे बचना चाहिए। जहां तक हो रोगी को ठंडे पानी को प्रयोग नहीं करना चाहिए, उन्हे गर्म पानी से ही नहाना चाहिए। लेकिन साधारण पानी में तैरना इस रोग के लिए बहुत फायदेमंद रहता है।

स्रोत: http://www.bodylab.in/