जिम करने का सही टाइम क्या है ये सवाल बहुत से लोगों के मन में आता है। जिन लोगों के पास दोनों में से किसी एक वक्त ही जाने का मौका है जैसे नौकरी पेशे वाले या कॉलेज जाने वाले वो लोग तो अपने उसी हिसाब से जिम करेंगे जिस हिसाब से उनका शेड्यूल उन्हें अलॉउ करेगा मगर जिनके पास दोनों टाइम फ्री हैं, उनके लिए सही वक्त का चुनाव जरूरी है।

अगर आपको बस फिटनेस बनाए रखनी है या बॉडी मेनटेन करनी है आप सुबह जिम जाएं या शाम को कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आपने कोई मकसद तय किया है तो जिम की टाइमिंग देखनी होगी। दोनों वक्त के अपने फायदे और अपने नुकसान हैं। आज हम डिटेल में इसकी बात करेंगे और आपको हर वो जानकारी देने की कोशिश करेंगे, जिससे आप यह फैसला ले पाएंगे कि बॉडी बनाने या वजन कम करने के लिए जिम करने का सही वक्त क्या है ?

सुबह के वक्त जिम

सुबह के वक्त हमारी बॉडी फ्रेश होती है। हम 7 से 8 घंटे सो कर उठे होते हैं। थकान नहीं होती तो ऐसे में जिम करने में मजा आता है। आपके पास पूरा दिन होता है अपनी डाइट वगैरा लेने के लिए। अब इसका दूसरा पहलू जानें। आपने करीब करीब खाली पेट जिम जाते हैं। कुछ लोग प्री वर्कआउट में कुछ डाइट लेते हैं, मगर ओवरऑल देखा जाए तो आपने पिछले 8 घंटे में कुछ नहीं खाया होता। इसके अलावा प्री वर्कआउट डाइट को एनर्जी देने के लिए कम से कम 40 मिनट का टाइम चाहिए होता है। जो कुछ आपने रात को खाया वो डाइजेस्‍ट हो चुका होता है। ऐसे में जब आप बढ़िया वर्कआउट करेंगे तो मसल्स में स्टोर की गई एनर्जी का यूज होना शुरू हो जाता है। ये ऐसे लोगों के लिए ठीक नहीं है तो मसल्स का साइज बना रहे होते हैं। हम इसे और डरावनी भाषा में कहें तो बॉडी ही मसल्स को खा रही होती है।
इसके अलावा इसका एक और नुकसान ये है कि आप दिन में थका थका महसूस कर सकते हैं। ऑफिस में बैठकर काम करने वालों या पढ़ने वालों को दिन में भी झपकी आने लगती है।

क्या मैं सुबह के टाइम जिम करूं ?

– अगर आप कटिंग कर रहे हैं वेट लूज कर रहे हैं तो आपके लिए सुबह का टाइम बढ़िया है। आपका मेटाबॉलिज्म सुबह ही अच्छे से एक्टिव हो जाएगा।
– अगर आप गेनिंग कर रहे हैं तो यह टाइम आपके लिए उतना अच्छा नहीं है। अगर सुबह जाना आपकी मजबूरी है तो इतना टाइम निकालें कि आप प्री वर्कआउट डाइट से एनर्जी ले पाएं। जितनी कैलोरी आप खर्च करने वाले हैं उतनी या उसके आसपास कैलोरी और पानी आपको प्री वर्कआउट से जुटा लेनी है।

शाम के वक्त जिम

शाम के टाइम जिम करने के अपने कई फायदे हैं। आप पूरे दिन के खाए पिये होते हैं। आपके मसल्स एक्टिव होते हैं इसलिए मसल इंजरी होने की पॉसिबिलिटी कम होती है। जिम करने के बाद आप खा पीकर सो सकते हैं। आपकी बॉडी को पूरा रेस्ट मिल जाता है और जिम करने से आपके ग्रोथ हार्मोन एक्टिव हो जाते हैं और रात को सोते वक्त हार्मोन सही ढंग से और सही क्वांटिटी में रिलीज होते हैं। मसल्स गेन करने के लिए यह सारी कंडीशन फेवरेबल हैं।

अब देखते हैं इसका दूसरा पहलू। कई बार शाम होते होते लोग काफी थक जाते हैं और जिम में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते। कई बार मेंटल थकान फिजिकल थकान से भी ज्यादा हो जाती है। यही नहीं सुबह वाली वो फ्रेश फीलिंग भी नहीं हर जाती। जो लोग कहीं दूर से शाम को घर लौटते हैं उनकी आधा दम तो सफर में ही निकल जाता है। इसके अलावा शाम को जिम करने के बाद हमें अच्छी डाइट भी लेनी होती है और फिर देखते ही देखते सोने का वक्त भी हो जाता है। ऐसे में गेनिंग कर रहे लोगों का पेट निकलने की पॉसिबिलिट ज्यादा रहती है।

क्या मैं शाम के टाइम जिम करूं ?

– अगर आप गेनिंग कर रहे हैं। तो शाम का वक्त आपको ज्यादा सूट करेगा।
– अगर आप कटिंग कर रहे हैं तो यह समय आपके लिए बहुत ठीक नहीं है क्योंकि कटिंग या वेट लूज में आप डाइट पर कंट्रोल रखते हैं। वेट लूज मे तो डाइट पर काफी कंट्रोल रखना होता है। कंट्रोल डाइट में आप जो कुछ देंगे उसी में आपकी बॉडी पूरे दिन काम चलाएगी और शाम को उसकी बैटरी डाउन हो जाएगी। ऐसे में वर्कआउट के लिए जरूरी एनर्जी कहां से लाएंगे। एनर्जी का सबसे बड़ा सोर्स कार्ब होता है, मगर जो लोग कटिंग या वेट लूज में लगे हैं उनके लिए सूरज ढलने के बाद कार्ब लेना ठीक नहीं होता।

आप किसी भी वक्त कसरत करने जा सकते हैं

आपको जिम किस टाइम जाना है कई बार ये आपके हाथ में होता ही नहीं है। ऐसे में जो वक्त मिल रहा है उसी में कसरत करने जाएं। हमने जो आपको बातें बताई हैं वो बॉडीबिल्डिंग पर की गईं रिसर्च और एक्सपीरियंस से आई हैं। हमने आपको वजहें भी गिना दी हैं। अगर आप अपने मनमाफिक समय पर जिम नहीं जा पा रहे तो हताश होने की जरूरत नहीं है। बॉडी बनाने या वजन घटाने के लिए जिम करने का सही वक्त क्या है इसकी जानकारी हमने यहां दी है। मगर इतना है कि जिस शख्‍स ने यह ठान लिया कि उसे नतीजे लेकर आने हैं वो सुबह के वक्त जिम जाए या शाम के वक्त नतीजे हासिल कर ही लेगा।

स्रोत: http://www.bodylab.in/