क्रिएटिन अथवा क्रेटीन उस कैमिकल से बनाया जाता है जो हमारी बॉडी में नेचुरली पाया जाता है। ये मीट और मछली में भी होता है। सबसे ज्यादा क्रेटीन हमारी मसल्स में जमा रहता है। ये एनर्जी देने के काम आता है और मसल्स की ग्रोथ में भी इसका रोल रहता है। बॉडी बिल्डिंग के टॉप 10 सपलीमेंट में इसकी गिनती होती है। व्हे प्रोटीन, ग्लूटामिन और बीसीएए की तरह यह भी एक पॉपुलर सपलीमेंट है। शाकाहारियों को यह ज्यादा सूट करता है क्योंकि जो लोग नॉन वेज खाते हैं उन्हें अपनी जरूरत भर का क्रेटीन वैसे ही मिल जाता है। बहरहाल आज हम आपको क्रेटीन के 6 साइड इफेक्ट की जानकारी देंगे।
क्रिएटिन के नुकसान
1 किडनी फेल होना Kidney failure
क्रिएटिन के यूज का सबसे बड़ा और खतरनाक साइड इफेक्ट किड़नी पर पड़ता है। दस ग्राम से ज्यादा रोज क्रेटीन लेना खतरनाक होता है। इसकी हाई डोज के चलते मसल्स का टूटना बहुत तेज हो जाता है। इससे ढेर सारा कैमिकल और प्रोटीन रिलीज होता है, जिसका सारा भार किडनी पर जाकर पड़ता है। इससे किडनी फेल हो सकती है और अगर सही वक्त पर इलाज न मिला तो मौत तक हो सकती है।
2 पेट का बिगड़ना Gastrointestinal Distress
पेट और छोटी आंत से जुड़ी प्रॉबलम को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्ट्रेस (GI) कहते हैं। इसमें पेट में गैस होना, दर्द, जी खराब होना, उल्टी और डायरिया शामिल है। आपको भूख में कमी भी महसूस हो सकती है। ये सब साइड इफेक्ट आमतौर पर थोड़े टाइम के लिए होते हैं और हां डोज कितनी ले रहे हैं इस पर डिपेंड करते हैं।
3 वजन बढ़ना Weight gain
अगर आपने डाइट में क्रेटीन को शामिल किया है तो आपका वजन बढ़ सकता है, भले ही आप चाहते हों या नहीं। सपलीमेंट के तौर पर क्रेटीन का यूज करने से बॉडी में इसका लेवल बढ़ जाता है। इसके चलते मसल्स में वाटर रिटेंशन होने लगता है और पानी का लेवल बढ़ने से वजन बढ़ जाता है।
4 मसल्स को नुकसान Muscle damage
इस सपलीमेंट का यूज करने वाले एथलीट मसल्स क्रैंप, टूटफूट और बेचैनी की शिकायत करते दिखाई देते हैं। अगर आप इसका यूज कर रहे हैं तो एकदम से अपना वर्कआउट न बढ़ायें धीरे धीरे हैवी वर्कआउट की ओर बढ़ें। क्रेटीन के चलते मसल्स की सहने की कैपेसिटी बढ़ जाती है, मगर टूट फूट उतनी ही रहती है।
5 पानी की कमी Dehydration
क्रिएटिन मसल्स को वाटर रिटेन करने के लिए मजबूर करता है। जो पानी दूसरे भीतरी बॉडी पार्ट और जरूरी कामों में इस्तेमाल होना होता है वो मसल्स सोख लेते हैं। इसके चलते डी हाइड्रेशन की प्रॉबलम हो सकती है। पानी की कमी के कई नुकसान हैं, जिनमें थकान और बेचैनी बहुत आम है। आपको लगता है कि आपने तो अपनी जरूरत के हिसाब से पानी पी लिया है, मगर क्रेटीन उस पानी को मसल्स में रिटेन कर लेता है। डी हाइड्रेशन के चलते आप कोमा में भी जा सकते हैं और उसके आगे मौत भी हो सकती है। अगर आप क्रेटीन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो पानी करीब करीब डबल कर दें। तेज गर्मी में कसरत करने से बचें।
6 बाइपोलर डिसऑर्डर bipolar disorder
बाइपोलर डिसऑर्डर एक किस्म की दिमागी बीमारी होती है जिसमें मरीज डिप्रेशन में रहता है या फिर उसे किसी चीज का फितूर चढ़ जाता है। देखा गया है कि ऐसे शख्स अगर क्रेटीन का यूज करते हैं तो उनकी प्रॉबलम और बढ़ जाती है।
क्रिएटिन की लोडिंग loading of creatine
क्रेटीन शुरू करने से पहले उसकी लोडिंग की जाती है। लोडिंग करने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि सपलीमेंट रिजल्ट जल्दी दिखाने लगता है। ऐसा नहीं कि लोडिंग कर लेने से इसकी परफॉर्मेंस बढ़ जायेगी परफॉर्म तो ये उतना ही करेगा मगर जल्दी काम करना शुरू कर देगा। वैसे अगर आप क्रेटीन ले रहे हैं तो लोडिंग कर लेनी चाहिए। आमतौर पर इसकी लोडिंग डोज 10 से 20 ग्राम के बीच होती है। यह पांच से सात दिन तक चलती है। इसके बाद आपका काम करीब 5 से 10 ग्राम की डेली डोज में चल जाएगा।
क्रिएटिन कब और कितने दिन लेना चाहिए
वैसे तो आप इसे दिन में किसी भी टाइम ले सकते हैं मगर प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर कहते हैं कि इसे लेने का सबसे सही टाइम कसरत से पहले और बाद में होता है। आपकी जितनी भी डोज है आप उसे दो हिस्सों में बांट कर ले सकते हैं। क्रेटीन के बारे में सब जानें में आपको इसके फायदों की पूरी जानकारी मिल जायेगी।
डेढ़ से तीन महीने तक क्रिएटिन का यूज करने के बाद इसे कम से कम एक महीने के लिये बंद कर देना चाहिए। इस पर कोई वैज्ञानिक रिसर्च नहीं हुई है मगर प्रोफेशनल लोग कुछ ऐसी ही सलाह देते हैं। हमने आपको क्रिएटिन सपलीमेंट के 6 साइड इफेक्ट की विस्तार से जानकारी दे दी है अब यह फैसला आपको करना है कि आपको इसे यूज करना है या नहीं।
स्रोत: http://www.bodylab.in/