बॉडी बिल्‍डिंग नहीं करनी बस फिट बॉडी चाहिए पर वो भी नहीं होता क्‍योंकि

नहीं बनना बॉडी बिल्‍डर और ना ही मिस इंडिया। नहीं बनाना 16 का डोला और कमर 26 की नहीं चाहिए। बस एक फिट शरीर चाहिए, मगर वो भी नहीं बनता। क्‍यों, क्‍योंकि आप कसरत के कायदे नहीं जानते। क्‍योंकि आप ये 5 गलतियां कर रहे हैं।

5 कार्डियो को महान चीज मानते हैं – भारतीयों में इसकी लत बहुत ज्यादा है। लोग घंटेभर से भी ज्यादा लगा देते हैं कार्डियो में। इसके कई नुकसान होते हैं। वक्त बर्बाद होता है, मसल्स कमजोर होते हैं और नतीजा लगभग जीरो रहता है। कार्डियो के चुंगल से बाहर निकलें। वर्कआउट की इंटेसिटी बढएं। चीजों को आपस में मिलाएं। आप एक मिनट रनिंग और एक मिनट की बॉक्स जंप करेंगे तो इसमें कोई बुराई नहीं है। कसरत की किताबों में कहीं ये नहीं लिखा कि ट्रेड मिल पर बस एक बार बीस मिनट के लिए चढ़ना है। हम कहते हैं आप बीस मिनट में दस बार चढ़ें उतरें।

4 वेट ट्रेनिंग से परहेज – महिलाएं खासतौर पर इससे दूर भागती हैं। जो महिलाएं वेट ट्रेनिंग करती हैं वो भी दो किलो से भारी डंबल नहीं उठातीं। दम लगाएं। बॉडी को टोन में लाने का सबसे सही तरीका वेट ट्रेनिंग है। पुश करें, पुल करें, उठाएं, पटकें, ताकत लगाएं और गुस्सा दिखाएं नतीजे जरूर आएंगे। ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि महिलाएं वेट ट्रेनिंग नहीं कर सकतीं। महिलाएं कुश्ती लड़ सकती हैं, बॉक्सिंग कर सकती हैं, जूड़ो खेल सकती हैं तो प्रॉपर वेट ट्रेनिंग भी कर सकती हैं।

3 कसरत करने से आप मर्द नहीं बन जाएंगी – महिलाओं को एक गलतफहमी ये होती है कि वेट ट्रेनिंग करने से उनके डोले शोले बनेंगे या वो पुरुषों जैसी दिखेंगी। ऐसा कतई नहीं है। वेट ट्रेनिंग करने से आपके मसल्स नहीं बन जाएंगे। आपको एक सुंदर काया मिलेगी। मसल्स बनाने के लिए तो आपको प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग करनी होगी। युवक भी ऐसा ही सोचते हैं कि हमें तो ज्‍यादा बॉडी बनानी नहीं है इसलिए ज्‍यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं। ऐसा नहीं है मेहनत तो आपको भी ज्‍यादा करनी होगी तभी नतीजे आएंगे। कोई रातोरात बॉडी बिल्‍डर नहीं बन जाता। बॉडी बिल्‍डिंग के कई पड़ाव होते हैं जहां आपको रुकना हो रुक सकते हैं, मगर रास्‍ता आपको भी उतना ही कठिन चुनना होगा।

2 अपने पेट को बॉडी अलग मानना – पतली कमर पाने की चाहत में अक्सर महिलाएं पेट की कसरतों पर बहुत ध्यान देती हैं। हमें जिम में तमाम महिलाएं दिख जाती हैं तो रोज एब्स की कसरतें करती हैं। ये बहुत गलत तरीका है। आपकी बॉडी आपके पेट से अलग नहीं है। अपनी बॉडी को एक रूप में देखें। एब्स की कसरतों की बदौलत पतली कमर पाना संभव नहीं है। आपको पूरी बॉडी की कसरत करनी होगी। अगर आपको पतली कमर चाहिए तो हर पार्ट को उम्दा तरीके से ट्रेन करें और हर रोज एब्स न मारें।

1 ज्यादा का मतलब बेहतर नहीं होता – जिम में ज्यादा वक्त लगाने का मतलब ये नहीं होता कि आपको नतीजे जल्दी मिल जाएंगे। वर्कआउट की क्वालिटी बढ़ाएं वक्त बढ़ाना जरूरी नहीं है। नई चीजें सीखें, नए चैलेंज सेट करें और आगे बढें। कोशिश ये होनी चाहिए कि कैसे कम वक्त में उम्दा ट्रेनिंग की जाए।

स्रोत: http://www.bodylab.in/

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